सकारात्मक खबरों को बढ़ावा देने से ही समाज स्वस्थ और सुखी होगा...! केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरुगन, माउंट आबू में 'राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन' का शुभारंभ - चंदगड लाईव्ह न्युज

27 September 2024

सकारात्मक खबरों को बढ़ावा देने से ही समाज स्वस्थ और सुखी होगा...! केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरुगन, माउंट आबू में 'राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन' का शुभारंभ

 

समारोह का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन, मुख्य प्रसाशिका दादी रतन मोहिनी, आईआईएमसी के पूर्व निदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, पूर्व कुलपति डॉ. मान सिंह परमार और ब्रह्माकुमारीज के वरिष्ठ पदाधिकारि

आबू रोड राजस्थान : श्रीकांत पाटील सी एल न्यूज 

      केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन, मुख्य प्रसाशिका दादी रतन मोहिनी, आईआईएमसी के पूर्व निदेशक प्रो. संजय द्विवेदी, पूर्व कुलपति डॉ. मान सिंह परमार और ब्रह्माकुमारीज के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने शुभारंभ किया। भारत सहित नेपाल से एक हजार से अधिक पत्रकार, संपादक, ब्यूरो चीफ और मीडिया प्रोफेसर पहुंचे 

     आबू रोड। ब्रह्माकुमारीज़ संस्थान के आबू रोड स्थित मुख्यालय शांतिवन के आनंद सरोवर परिसर में आयोजित राष्ट्रीय मीडिया सम्मेलन का उद्घाटन केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री डॉ. एल. मुरुगन और मुख्य प्रशासिका राजयोगिनी दादी रतन मोहिनी ने किया। मीडिया विंग द्वारा

     स्वस्थ एवं सुखी समाज के लिए आध्यात्मिक सशक्तिकरण, मीडिया की भूमिका विषय पर आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने के लिए देशभर से एक हजार से अधिक प्रिंट, इलेक्ट्रानिक, रेडियाे और बेव जर्नलिज्म से जुड़े पत्रकार, संपादक, ब्यूरो चीफ, रेडियो जॉकी, फ्रीलांस पत्रकार और मीडिया प्रोफेसर पहुंचे हैं।

विचार व्यक्त करते हुए प्रोफेसर डॉ एम एस परमार 

   शुभारंभ पर केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरुगन ने कहा कि विकसित भारत के निर्माण में मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान है। आज एक अच्छी न्यूज उतनी तेजीसे वायरल नहीं होती है जितनी की एक गलत, फेंक न्यूज़ वायरल हो जाती है। पत्रकार पहले खबरों की सत्यता की जांच कर लें उसके बाद ही प्रकाशित करें। अच्छी खबरों को बढ़ावा देने से ही स्वस्थ और सुखी समाज का निर्माण होगा। आज समाज में यदि नकारात्मक माहौल बन रहा है तो हमें चिंतन करने की जरूरत है कि हम समाज में क्या भेज रहे हैं। मूल्यनिष्ठ समाज के निर्माण के लिए हमें जीवन में मूल्यों का समावेश करना होगा।

नॅशनल मिडिया कॉन्फरन्स में शामिल भारत और नेपाल के पत्रकार

   पत्रकार निजी जीवन में अध्यात्म को अपनाएं- उन्होंने कहा कि एक पत्रकार का मौलिक अधिकार है कि वह आध्यात्मिकता से जुड़े। मीडियाकर्मी अपने निजी जीवन में अध्यात्म को अपनाएं। एक पत्रकार गलत न्यूज़ से देश का माहौल बिगाड़ सकता है इसलिए पत्रकार को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी। सूचना देने के लिए मीडिया सबसे शक्तिशाली साधन है, जो दुनिया को खेल और संस्कृति आदि की जानकारी देता है। यह लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है। मीडिया हिमालय से लेकर रेगिस्तान में जाकर सूचनाएं जुटाता है।

   ब्रह्माकुमारीज़ विश्व शांति के लिए कार्य कर रही है -

केंद्रीय मंत्री डॉ. मुरुगन ने कहा कि विश्व शांति के लिए ब्रह्माकुमारीज़ संस्था कार्य कर रही है। मैं पहली बार ब्रह्माकुमारीज़ के मुख्यालय आया हूं। यहां आकर बहुत अच्छा महसूस कर रहा हूं और बहुत खुशी हो रही है। मैंने दादी रतन मोहिनी से मुलाकात कर उनका आशीर्वाद लिया। यहांकी दिव्यता और पवित्र माहौल बहुत सुखदायी है।

मीडिया अपने उद्देश्य से भटक गया है-

डॉ. कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता एवम जनसंचार विश्विद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति डॉ. एम एस परमार ने कहा कि जब देश आजाद नहीं हुआ था तो मीडिया के सामने एक लक्ष्य, एक ध्येय, एक उद्देश्य था। लेकिन जब देश आजाद हो गया तो मीडिया के सामने एक चुनौती थी कि अब किस दिशा में आगे बढ़ाया जाए। लेकिन आज व्यापारवाद के दौर में मीडिया अपने उद्देश्य से भटक गया है। इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में खबरों को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है, जो किसी भी रीति से समाज के लिए ठीक नहीं है। सोशल मीडिया ने हमें आजादी जरूर दी है लेकिन ऐसा लगता है कि कहीं सोशल मीडिया भस्मासुर ना बन जाए। प्रेस काउंसिल बने वर्षों हो गए लेकिन आज तक हम एक आदर्श आचार संहिता लागू नहीं कर पाए हैं।

 नई दिल्ली दैनिक जागरण के एक्जीक्यूटिव एडिटर विष्णु प्रकाश त्रिपाठी ने कहा कि हम राष्ट्र और राष्ट्रीयता के स्तंभ हैं। हम सत्यनिष्ठ लोग हैं। लोकतंत्र में संरक्षण की जरूरत है लेकिन यदि मीडिया को नियंत्रीकरण किया जाएगा तो वह अपना अस्तित्व खो देगा। भारत का पत्रकार आध्यात्मिक ही होगा। 

   दिल्ली के पीआईबी के पूर्व प्रिंसिपल डीजी कुलदीप सिंह ने कहा कि कई बार हम पत्रकारों को अपने सिद्धांतों के साथ समझौता करना पड़ता है। लेकिन हमें अपने मूल्यों को कायम रखना होगा।

अश्लील सामग्री मुक्त मीडिया बनाना होगा -

आईआईएमसी के पूर्व महानिदेशक प्रो. संजय द्विवेदी ने कहा कि हम सभी पत्रकारों को अभियान चलाना चाहिए कि अश्लील सामग्री मुक्त समाज बने। हमें अश्लील कंटेंट को प्रचारित और प्रसारित करना बंद करना होगा। एक-एक व्यक्ति सूचना का राजदूत है। ब्रह्माकुमारीज़ समाज के प्रत्येक वर्ग के लिए कार्य कर रही है। ये ब्रह्माकुमार भाई-बहनें त्याग की मूर्ति हैं। दुनिया के बेहतर अखबारों को टक्कर देने वाले अखबार आज हमारे देशमें निकल रहे हैं। आज मीडिया का भारतीयकरण करने की जरूरत है। आज हम जिस मीडिया की तर्ज पर कार्य कर रहें हैं, वह पाश्चात्य मीडिया की शैली है। हमारे यहां तो लोक मंगल की भावना को लेकर कार्य करने की परंपरा रही है। हमें संवाद की परंपरा की ओर फिर से बढ़ने की जरूरत है। हम जगतगुरु की बात कर रहे हैं लेकिन कोई शिष्य बनने के लिए तैयार नही है।

इन्होंने भी व्यक्त किए अपने विचार-

- अतिरिक्त महासचिव राजयोगी बृजमोहन भाई ने कहा कि तीनों कालों की न्यूज़ परमात्मा के पास है। सबसे बड़ा सत्य है कि हम सभी एक आत्मा हैं। जब हम खुद को आत्मा मानेंगे, तभी काम विकार पर विजय पा सकेंगे। मीडिया निदेशक राजयोगी बीके करुणा भाई ने कहा कि मीडिया विंग पत्रकारों के जीवन को खुशहाल बनाने के लिए कार्य कर रहा है। हमारा मकसद है पत्रकारों के जीवन में आध्यात्मिक समावेश से समाज को सुखी संपन्न बनाने की ओर ले जाना है। जयपुर सबझोन की निदेशिका राजयोगिनी बीके सुषमा दीदी ने कहा कि राजयोग को जीवन में शामिल करने से सारे रोग खत्म हो जाते हैं। आपने

राजयोग मेडिटेशन से सभी को गहन शांति की अनुभूति कराई। शिक्षा प्रभाग की उपाध्यक्ष राजयोगिनी बीके शीलू दीदी ने कहा कि आंतरिक सशक्तिकरण से ही समाज स्वस्थ, सुखी और समृद्ध शाली होगा। विंग की राष्ट्रीय संयोजिका बीके सरला आनंद बहन ने भी अपने विचार प्रकट किये।


 


नॅशनल मिडिया कॉन्फरन्स में शामिल भारत और नेपाल के पत्रकार 

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